स्मार्ट शिक्षण पहल के लिए एसर और इंडियन प्रिंसिपल्स नेटवर्क (IPN) के बीच साझेदारी
इस कार्यक्रम का उद्देश्य लाखों शिक्षकों एवं छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट जैसी तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराना है, ताकि पढ़ने और पढ़ाने की प्रक्रिया को स्मार्ट व बेहतर बनाया जा सके
बेंगलुरु. दुनिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी ब्रांडों में से एक, एसर ने आज भारत के अग्रणी स्कूलों के लिए सबसे बड़े नॉलेज नेटवर्क- यानी कि IPN (इंडियन प्रिंसिपल्स नेटवर्क) के साथ साझेदारी की घोषणा की है, ताकि शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता के दायरे को बढ़ाया जा सके तथा मौजूदा लॉकडाउन के दौरान शिक्षकों को बेहतर एवं स्मार्ट तरीके से सिखाने में मदद मिल सके।
एसर और IPN का मानना है कि, जब तक शिक्षकों के पास घर से पढ़ाने के लिए उपयुक्त उपकरण मौजूद नहीं होंगे, तब तक छात्रों को सही मायने में पढ़ाई का अनुभव नहीं मिल पाएगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए, एसर ने घर से स्मार्ट शिक्षण के लिए लैपटॉप एवं टैबलेट की एक विस्तृत श्रृंखला को उपलब्ध कराया है, तथा मन की पूर्ण शांति के लिए इसके साथ “इजी टू ओन अँड इजी टू मेंटेन” का ऑफ़र भी दिया जा रहा है।
महामारी की वजह से हुए इस लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है, जिसने ई-लर्निंग के एक नए युग की शुरुआत की है। आज ऑनलाइन लर्निंग का दायरा तेजी से बढ़ रहा है, लिहाजा शिक्षकों के लिए इस वास्तविक परिस्थिति में काम करने के लिए खुद को तकनीकी रूप से सुसज्जित बनाना बेहद महत्वपूर्ण है।
इंडियन प्रिंसिपल्स नेटवर्क, भारत में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नॉलेज शेयरिंग का सबसे बड़ा प्लेटफार्म है जो शिक्षा के परिवेश को पूरी तरह विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह स्कूलों और शिक्षकों को सामान्य बन चुके इस नए परिवेश में पढ़ाने के लिए तकनीकी सुविधाओं से सुसज्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह कार्यक्रम 14 मई, 2020 से शुरू होगा, जिसमें एसर लैपटॉप और टैबलेट्स की इस खास रेंज के लिए विशेष कीमतों के साथ-साथ, विशेष कूपन कोड का उपयोग करने वाले शिक्षकों के लिए अतिरिक्त छूट, 2 साल की एक्सटेंडेड वारंटी, 1 साल का एक्सीडेंटल डैमेज प्रोटक्शन तथा इसी तरह के कई अन्य ऑफ़र दिए जाएंगे, ताकि शिक्षक अपने उद्देश्य एवं बजट के अनुरूप सबसे अच्छे डिवाइस का चयन कर सकें।
इस घोषणा पर एसर इंडिया के सीएमओ एवं कंजूमर बिजनेस हेड, श्री चंद्रहास पाणिग्रही ने कहा, “IPN इंडिया के साथ इस साझेदारी से हम बेहद उत्साहित हैं, जो एडटेक सेगमेंट में सबसे बड़ा नॉलेज नेटवर्क है। कोविड-19 की वजह से पूरे देश में हुए लॉकडाउन के दौरान, छात्रों एवं शिक्षकों के लिए पढ़ने और पढ़ाने में मदद के उद्देश्य से नए–नए तरीकों से रूपरेखा तैयार करना बेहद महत्वपूर्ण है।
एसर का मानना है कि अभूतपूर्व संकट की इस घड़ी में, प्रौद्योगिकी की वजह से हमारे जीवन में हर दिन बदलाव आ रहा है, लिहाजा शिक्षा के क्षेत्र में भी नए बदलाव की दिशा में कदम उठाया जाना चाहिए। इस साझेदारी से छात्रों एवं शिक्षकों को बेहतर संसाधनों की उपलब्धता के साथ शानदार प्रदर्शन करने के लिए असीमित अवसर उपलब्ध होंगे।”
साझेदारी के इस मौके पर, IPN इंडिया के संस्थापक एवं मॉडरेटर, श्री गौरव यादव ने कहा, “हम एसर इंडिया के साथ अपनी साझेदारी का स्वागत करते हैं, जो बिल्कुल सही समय पर हुई है। भारत की स्कूली शिक्षा प्रणाली को सर्वश्रेष्ठ बनाने तथा देश के प्रतिभाशाली छात्रों के विकास में सही मायने में योगदानकर्ता बनने के लिए, IPN अपने सदस्यों को सर्वोत्तम उपकरण और तकनीकों से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है।
लॉकडाउन की वजह से, देश में ई–लर्निंग सेटअप की मांग में अचानक वृद्धि हुई है। लिहाजा, PC से जुड़े समाधान के लिए एसर इंडिया के साथ हमारी यह साझेदारी, उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा के साथ–साथ शिक्षण एवं ज्ञान की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को उपलब्ध कराने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी।“
इस अवसर पर भारत में सिल्वर ओक्स ग्रुप ऑफ स्कूल्स की शिक्षा निदेशक, तथा आईबी वर्ल्ड स्कूल्स के हेड्स एसोसिएशन की प्रेसिडेंट, श्रीमती सीता मूर्ति, ने कहा, “आज देश के सभी स्कूल अपने छात्रों एवं शिक्षकों के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ताकि उन्हें पूरी तरह उपयुक्त शिक्षा प्रणाली प्रदान की जा सके।
इसके साथ ही, ई–लर्निंग प्रबंधन प्रणाली को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से हम शिक्षकों के साथ काफी मेहनत कर रहे हैं और उनके लिए डेमो क्लास की व्यवस्था को सुनिश्चित कर रहे हैं। अब हमें यह देखकर बेहद खुशी हो रही है कि, एसर और IPN उन्हें लैपटॉप और टैबलेट की शानदार श्रृंखला उपलब्ध करा रहे हैं कि, जिसके बाद प्रगतिशील तरीके से ऑनलाइन लर्निंग में मदद मिलेगी।”
LAHS ग्रुप ऑफ स्कूल्स, ग्वालियर (म.प्र.) की निदेशक, श्रीमती टीना ओलाई ने कहा, “हम मानते हैं कि, हमें अपने शिक्षकों और छात्रों को एक–दूसरे से आभासी माध्यमों से जोड़ने के लिए अभिनव तरीकों की तलाश करनी चाहिए। हालांकि, इस महामारी ने पूरी दुनिया में शिक्षा जगत के कामकाज को बाधित कर दिया है, लेकिन हम अपनी अगली पीढ़ी को इसके जाल में फंसे रहने की अनुमति नहीं दे सकते हैं क्योंकि वे लोग ही इस धरती के भविष्य को आकार देंगे। इसलिए, ई–लर्निंग के क्षेत्र में हम एसर और IPN के बीच साझेदारी का स्वागत करते हैं।”
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए, सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स, वाराणसी (उ.प्र.) की उप-निदेशक, श्रीमती अमृता बर्मन ने कहा, “इस महामारी में पूरी दुनिया में सभी लोगों के लिए व्यवधान पैदा कर दिया है, इसलिए हमारा मानना है कि हमें शिक्षकों और छात्रों को दूर रहकर एक-दूसरे से जुड़ने के लिए नए रास्ते खोजने होंगे, जो सही मायने में प्रेरणादायक हो। हमें उस पीढ़ी को इस संकट से उबरना है, जो हमारे भविष्य को आकार देगी।
इससे शिक्षकों को इन नई परिस्थितियों के लिए तैयार होने एवं प्रशिक्षण पाने में भी मदद मिलेगी, जिसमें निश्चित तौर पर शिक्षण के ऑफ़लाइन और ऑनलाइन तरीकों की समान भूमिका होगी। इसलिए, ई-लर्निंग के मोर्चे पर हम एसर और IPN के बीच इस साझेदारी का स्वागत करते हैं।”